Sawan Shivratri , यदि आपके जीवन में काफी सारे संकट चल रहे हैं, तो इन सभी संकटों से बाहर निकलने का केवल एक ही रास्ता है, वह यह है कि आपको महादेव जी की सेवा करना शुरू कर देना है। यदि आप अपने पुराने दुखों से छुटकारा पाना चाहते हो, तो इसका सबसे बढ़िया तरीका यह है कि आप सावन शिवरात्रि पर सही समय पर जल अभिषेक और रुद्राभिषेक करे । इससे आपको पूरा फल प्राप्त होगा। Sawan Shivratri पर शिवलिंग पर जल चढ़ाने के लिए हमारे शास्त्रों में कुछ स्पष्ट उल्लेख दिया गया है।
Sawan Shivratri Jal Abhishek and Rudraksh Abhishek Timing 2025 Hindi
Sawan Shivratri पूरे वर्ष आने वाली शिव रात्रियों में सबसे अलग है। इस पर रुद्राभिषेक जल, अभिषेक करने से आपको विशेष लाभ प्राप्त होंगे। श्रावण कृष्ण चतुर्दशी तिथि का शुभारंभ 23 जुलाई को सुबह 4:39 से होगा। वही कृष्ण चतुर्दशी तिथि का समापन 24 जुलाई गुरुवार 2:28 a.m पर होगा। बात करें सावन शिवरात्रि में निशिता मुहूर्त के बारे में तो यह मुहूर्त देर रात में 12:07 a.m से 12:48 a.m तक रहेगा। इस दिन सूर्य उदय 5:37 पर होगा। और सूर्यास्त शाम 7:17 पर होगा। वहीं पर बात करें आद्रा नक्षत्र की तो यह नक्षत्र सुबह 5:54 मिनट तक रहेगा।
हिंदू धर्म शास्त्रों में महादेव को सबसे ऊपर बताया गया है। इनकी पूजा करने के लिए किसी भी तरह की मुहूर्त की आवश्यकता नहीं होती है। खास तौर पर सावन में सावन में हमेशा ही शुभ मुहूर्त रहता है। शिवलिंग पर जल चढ़ाने का, ऐसे हमारे शास्त्र कहते हैं। सावन शिवरात्रि को ब्रह्म मुहूर्त 4:15 a.m से शुरू होगा। और 4:56 a.m पर खत्म हो जाएगा। यदि संभव हो तो आप इस समय जाकर अपने आसपास के मंदिर में शिवलिंग पर जल चढ़ा सकते हो।
Savan Shivratri Jal Abhishek Timing
आपको जानकर हैरानी होगी, कि राहुकाल में किसी भी देवी देवताओं की पूजा नहीं की जाती है। केवल भगवान शिव जी की ही पूजा की जाती है। इसमें यदि आप शिवजी की पूजा करते हो तो इससे आपके कालसर्प दोष से छुटकारा मिलता है। सबसे विशेष बात यह है, कि Sawan Shivratri के दिन कावड़ यात्री पूरे दिन भर जलाभिषेक करते हैं। क्योंकि इस यह दिन कावड़ का आखिरी दिन होता है।
Savan Shivratri Rudrabhishek Timing
महादेव जी की विशेष कृपा प्राप्त करने के लिए या अपने ऊपर चल रहे किसी संकट से छुटकारा पाने के लिए आप Sawan Shivratri पर Rudrabhishek करने की सोच रहे हो, तो आप सूर्य उदय होने के बाद में पूरे दिन भर में कभी भी रुद्राभिषेक कर सकते हो। इसका कोई विशेष टाइमिंग नहीं बताया गया है। सारी व्यवस्था करके आप आसानी से पूरे दिन भर रुद्राभिषेक कर सकते हो। क्योंकि ऐसी मान्यता है कि सावन में महादेव जी अपने भक्तों पर कृपा बरसाते हैं। विशेष तौर पर सावन शिवरात्रि पर।